"रेलवे के TTE की ऐसी बेशर्मी", पाकिस्तान से जंग के लिए जा रहे फौजियों से वसूली, किया सस्पेंड - khabarupdateindia

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"रेलवे के TTE की ऐसी बेशर्मी", पाकिस्तान से जंग के लिए जा रहे फौजियों से वसूली, किया सस्पेंड


रफीक खान
जिस प्रदेश में एक आईएएस अधिकारी आम रेल यात्रियों से अपील कर रहा है कि वह पाकिस्तान से जंग के लिए जाने वाले फौजियों को टॉयलेट के पास न बैठने दे, उन्हें किसी तरह की सुविधा न होने दें, बल्कि अपनी सीट छोड़कर उनकी मदद करने के लिए आगे आए। उसी प्रदेश की फौजियों के साथ रेलवे की एक ऐसी शर्मनाक घटना सामने आई, जिसमें एक TTE फौजियों से अवैध वसूली कर रहा है। इस जानकारी के संज्ञान में आने के बाद उस TTE को सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि इस बेशर्म TTE के लिए यह सजा कतई पर्याप्त नहीं कही जा सकती, क्योंकि वह देश में इस संकट की घड़ी के दौरान भी किस तरह से भ्रष्टाचार की हवस में डूबा हुआ है। जिसे जंग पर जा रहे फौजियों पर भी तरस नहीं आया। "Such shamelessness of Railway TTE", extorted money from soldiers going to war with Pakistan, suspended

जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि पाकिस्तान से तनाव की वजह से अचानक ड्यूटी पर बुलाए गए कुछ फौजियों ने आरोप लगाया है कि ट्रेन में टीटीआई ने उनसे रिश्वत ली और बदसलूकी की। सैनिक मध्य प्रदेश के इंदौर से जम्मू जा रहे थे। टीटीआई और फौजियों के बीच बहस का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें रेलवे कर्मचारी पैसे लेने के आरोपों को नकारता सुनाई दे रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सूबेदार विनोद कुमार दुबे ने फोन पर बताया कि उन्हें 8 तारीख बुधवार को रात 10 बजे मैसेज आया कि छुट्टी रद्द करके अर्जेंट जम्मू पहुंचना है। वह अपना सामान पैक करके 11 बजे रेलवे स्टेशन पहुंच गए। वह इंदौर से जम्मू जाने वाली मालवा एक्सप्रेस (12919) में बैठ गए सूबेदार ने कहा कि अचानक जाने की वजह से वह रिजर्वेशन नहीं करा पाए। एक जरनल टिकट लेकर एस 1 कोच में चढ़ गए। रातभर वह एक खाली सीट पर सो गए। सूबेदार विनोद कुमार ने कहा कि शुक्रवार सुबह 9 बजे जब ट्रेन सोनीपत-पानीपत के बीच गुजर रही थी। एक टीटीआई दलजीत सिंह आए। उनकी सीट के पास एक अग्निवीर जहीर खान और हवलदार राजकुमार भदौरिया भी थे। टीटीआई दलजीत सिंह ने पहले अग्निवीर से टिकट मांगा तो उसने जनरल का टिकट दिखाया। टीटीआई ने कहा कि पेनल्टी देना होगा। जवान ने अपना आई कार्ड दिखाते हुए कहा कि अर्जेंट जम्मू बुलाया गया है। फिर उन्होंने जहीर खान से 150 रुपये लिए और चले गए। रसीद मांगने पर टीटीआई ने कुछ भी देने से इनकार किया और कहा कि वही आगे तक ट्रेन में रहेंगे। सूबेदार ने कहा कि इसके बाद उनसे भी टीटीआई ने रिश्वत मांगी। नहीं देने पर उन्हें जनरल डिब्बे में जाने को कहा गया। तीनों फौजियों ने इस मामले की शिकायत कर न सिर्फ जांच बल्कि सीरियस एक्शन लेने की मांग की है।