रफीक खान
मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडोरी में पंचों को दौड़ा दौड़ा कर पीटने का मामला सामने आया है। बाजाग़ जनपद की ग्राम पंचायत पिपरिया में सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के दौरान यह हिंसा हुई। जिसमें तीन पांच गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। जबकि अन्य पंच किसी तरह जान बचाकर भाग खड़े हुए और वह दूसरी निजी अस्पतालों में इलाजरत है। मारपीट का आरोप एक आदिवासी सरपंच पर है। डिंडोरी में यह 17 पंच 10 दिनों से गायब होना बताए गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। Panchas were chased and beaten, they were going to vote on no-confidence motion, 3 admitted in hospital, police is investigating
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि सरपंच पति, उसके भाई सहित अन्य ने कार से मतदान करने जा रहे 17 महिला-पुरुषों पंचों को रोककर बुरी तरह पिटाई की। आरोपितों ने वाहनों के शीशे भी तोड़े और कई को वाहनों के अंदर ही पीटा। देर रात पुलिस ने सरपंच पति चमरू यादव, उनके भाई लोकनाथ यादव, रोहित पड़वार सहित अन्य के विरुद्ध मारपीट और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। सुबह नौ बजे से सरपंच पति ने स्वजन और समर्थकों को पंचायत भवन के मुख्य मार्ग में इकट्ठा कर लिया था। आरोप हैं कि यहां सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं थी। ग्राम पंचायत की सरपंच आदिवासी महिला सरिता पट्टा हैं, जबकि उनके पति चमरू यादव ओबीसी वर्ग के हैं। पंचों का आरोप था कि पंचायत की कमान सरपंच के पति ही संभाल रहे थे। उनके द्वारा लगातार वित्तीय अनियमितता की जा रही थी। 20 वार्ड वाली ग्राम पंचायत में 17 पंच वर्तमान सरपंच के विरोध में थे। दो पंच पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं।
