रफीक खान
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक ऐसे TI का नाम सामने आया है, जो रिश्वत में 10-20, 50 हजार नहीं बल्कि पूरे 3 लाख रुपए की मांग कर रहा था। लोकायुक्त पुलिस विशेष स्थापना शाखा की टीम ने मामले की पूरी जांच पड़ताल की और जैसे ही TI को दबोचने के लिए प्लान किया गया वह फरार हो गया। पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ थाना प्रभारी पंकज शर्मा और शिवम रिछारिया के साथ खिलाफ धारा 7,12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संशोधित 2018 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। Such a bribe-taking TI of MP, demanded ₹300000, Lokayukta police registered a case, absconded before being arrested
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि शिकायतकर्ता पुनीत राज इटोरिया अपने मित्र रुद्र प्रताप सिंह के पारिवारिक मकान में रेस्टोरेंट को किराए से चलाता है। पीड़ित एवं आनंद शर्मा के विरुद्ध टीकमगढ़ कोतवाली में आईपीएल का सट्टा खिलवाने का प्रकरण 8 अप्रैल को दर्ज किया गया है। प्रकरण में आनंद शर्मा की गिरफ़्तारी हो चुकी है एवं पुनीत की गिरफ्तारी बाकी है। पुनीत की जमानत के संबंध में टीआई पंकज शर्मा तीन लाख रुपए की मांग की। पुनीत के मित्र रुद्र प्रताप सिंह एवं उसके भाई मयंक को इस केस में फंसाने की धमकी देकर दलाल शिवम रिछारिया के माध्यम से भी 2 से 3 लाख की मांग की गई। पीड़ित ने अपने दोस्त रुपेश जैन को टीआई से चर्चा करने के लिए भेजा। टीआई ने रुपेश से बिना पैसे लिए लिखापढ़ी करने से इंकार कर दिया। रिश्वत की मांग किए जाने पर पीड़ित और रूपेश जैन ने लोकायुक्त पुलिस सागर में टीआई के खिलाफ आवेदन दिया। टीआई को ट्रैप करने कार्रवाई के लिए फोन लगाया, था लेकिन टीआई को भनक लग गई और फोन नहीं उठाया।