"क्या कहती है प्लेन क्रैश की जांच रिपोर्ट", बोइंग पर पहले भी दो दुर्घटनाओं की जिम्मेदारी तय हो चुकी है - khabarupdateindia

खबरे

"क्या कहती है प्लेन क्रैश की जांच रिपोर्ट", बोइंग पर पहले भी दो दुर्घटनाओं की जिम्मेदारी तय हो चुकी है


रफीक खान
अहमदाबाद में गुरुवार को दोपहर में हुए प्लेन क्रैश ने सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा किया है कि आखिर इतने सारे यात्रियों को ले जा रहा बोइंग विमान किस कारण से दुर्घटना का शिकार हो गया? इसका जवाब तो भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मानदंडों और निर्देशों के तहत होने वाली जांच के बाद सामने आएगा लेकिन पूर्व में इंडोनेशिया तथा यूथिपीया में हुई घटनाओ के बाद सामने आई जांच रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आए हैं, उन्हें पूरी दुनिया में नजर अंदाज नहीं किया जाना चाहिए था। दोनों ही दुर्घटनाओं में बड़ी जनहानि हुई थी और इसके लिए बोइंग को ही जिम्मेदार माना गया था। "What does the plane crash investigation report say", Boeing has already been held responsible for two accidents

अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि अमेरिका की विमान कंपनी बोइंग को फ्रॉड के आरोप में दोषी पाया जा चुका है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) ने पाया कि बोइंग ने 2018-2019 में हुए 2 क्रैश के बाद कंपनी को सुधारने के लिए की गई डील का उल्लंघन किया है। बोइंग ने इसे लेकर 243.6 मिलियन डॉलर यानी 4 हजार करोड़ रुपए का जुर्माना भरने पर सहमति जताई थी। इसके अलावा अंडरटेकिंग दी थी कि कंपनी अगले 3 साल तक विमानों की सेफ्टी पर 4 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी। दरअसल, 2018 और 2019 में पांच महीने के अंदर इंडोनेशिया और इथोपिया में बोइंग कंपनी के 737 मैक्स विमान क्रैश हो गए थे। इन हादसों में 346 लोगों की जानें गई थीं। इसके बाद कई तरह की जांच का सिलसिला शुरू हुआ। जांच में विमान में कई तरह की गड़बड़ी सामने आई।कंपनी को मृतकों के परिजनों से मुलाकात करने को भी कहा गया है। बोइंग तीन साल के लिए कोर्ट की निगरानी में रहेगी। कोर्ट के मेंबर्स फ्लाइट में सुरक्षा को जांचेंगे और इसकी एक रिपोर्ट सालाना सरकार को देंगे। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो कंपनी पर और बड़ा जुर्माना लगाया जाएगा। जांच रिपोर्ट में इस तरह उल्लेखित किया गया था कि राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा समिति (NTSC) के नेतृत्व में हुई बाद की जाँच से पता चला कि फ़्लाइट कंट्रोल सिस्टम में एक नए सॉफ़्टवेयर फ़ंक्शन के कारण विमान का अगला हिस्सा नीचे झुक गया था। मैन्यूवरिंग कैरेक्टरिस्टिक्स ऑग्मेंटेशन सिस्टम (MCAS) नामक इस फ़ंक्शन को बोइंग ने जानबूझकर विमान के दस्तावेज़ों से हटा दिया था, ताकि लायन एयर के पायलटों को इसके बारे में कोई जानकारी न हो और न ही वे यह जान सकें कि यह क्या कर सकता है। जाँचकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि विमान पर लगा एक बाहरी उपकरण, एंगल-ऑफ़-अटैक (AoA) सेंसर, अनुचित रखरखाव के कारण गलत कैलिब्रेट हो गया था, जिसने MCAS को गलत डेटा भेजा। परिणामस्वरूप, MCAS ने विमान का अगला हिस्सा नीचे धकेल कर प्रतिक्रिया दी।