रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में आबकारी अधिकारी शराब दुकान में घुसकर एक कर्मचारी से मारपीट कर रहे हैं। शराब दुकान से सहायक आबकारी आयुक्त का क्या पंगा है? यह सवाल आरोप-प्रत्यारोप के बीच घिरा हुआ है। इस वीडियो के बाद आमजन में एक चर्चा जरूर आ निकली है कि अगर यही कमिश्नरी है तो फिर पूरे मध्यप्रदेश के आबकारी विभाग के अधिकारी ऐसे फॉलो क्यों नहीं कर रहे हैं? वे शराब दुकानदारों और उनके कर्मचारियों की अकल ठिकाने के लिए दुकानों में घुस घुस कर मारपीट क्यों नहीं कर रहे हैं? और अगर यह कमिश्नरी नहीं है तो फिर आबकारी विभाग के इस अधिकारी के जरिए सरकार का मजाक क्यों उड़ाया जा रहा है?Video of Assistant Commissioner of Excise Department in Jabalpur goes viral, he entered the liquor shop and beat up the employee
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि वीडियो वायरल करते हुएbठेकेदार अजय सिंह बघेल ने आरोप लगाया है कि सहायक आयुक्त आबकारी विभाग जबलपुर संजीव दुबे वसूली के लिए दबाव बना रहे थे और मांग पूरी न होने पर कर्मचारियों से अभद्रता की गई। उन्हें दुकान सरेंडर करने की धमकी भी दी गई।
घटना शुक्रवार की मध्यरात्रि की है, जब दोनों पक्ष बरेला थाने पहुंचे। आबकारी विभाग ने दुकान के सेल्समैन उपेंद्र मिश्रा के खिलाफ FIR दर्ज कराई, वहीं उपेंद्र मिश्रा ने भी सहायक आयुक्त के खिलाफ शिकायत की है, जिसकी जांच जारी है। सहायक आयुक्त संजीव दुबे चार शराब दुकानों की जांच करने पहुंचे थे, जो कि ठेकेदार अजय सिंह बघेल के स्वामित्व में हैं। जांच के दौरान बार-बार हंगामे की स्थिति बनी रही और उसी दौरान एक दुकान में मारपीट का वीडियो रिकॉर्ड(xcise officer controversy, viral video) हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद आबकारी विभाग ने प्रेस नोट जारी कर सफाई दी कि गुरुवार को तीन वाहनों से अवैध शराब पकड़ी गई थी, जो इन्हीं दुकानों से जुड़ी थी और सेल्समैन उपेंद्र मिश्रा की संलिप्तता सामने आई थी। पूछताछ के दौरान कर्मचारियों ने जांच टीम से अभद्रता की थी। ठेकेदार ने मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री को पत्र भेजकर आरोप लगाए हैं कि संजीव दुबे लंबे समय से छोटे व्यापारियों को परेशान कर रहे हैं और दुकानें सरेंडर कराने का दबाव बना रहे हैं। यह भी सामने आया है कि संजीव दुबे पहले भी विवादों में रह चुके हैं इंदौर में ट्रेजरी चालान गड़बड़ी और भोपाल में शराब परिवहन मामलों में उनके खिलाफ जांच चल चुकी है। ताजा विवाद के बाद उन्होंने अपने कार्यालय पर एक नोटिस चिपकवाया है, जिसमें किसी भी आबकारी मामले के लिए सहायक जिला अधिकारी से संपर्क करने को कहा गया है। इस सबके बीच खबर यह आ रही है कि प्रमुख सचिव ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।