रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में स्थित पॉश एरिया विजयनगर की मानस विहार लमती की जनता परेशान है। क्षेत्रीय पार्षद अर्चना सिसोदिया और निगम प्रशासन पर कॉलोनी की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहां की दुर्भाग्य है कि भारतीय जनता पार्टी के राज में भारतीय जनता पार्टी के ही लोग परेशान हो रहे हैं। प्रदर्शन करते हुए लोगों ने खस्ताहाल कीचड़ में तब्दील सड़कों, साइड रोड नाली निर्माण, साफ़ सफाई व्यवस्था, जलभराव वाले प्लाट मालिकों पर एक्शन समेत कई मांगों का ज्ञापन निगमायुक्त के नाम सौंपा। In BJP rule, BJP people themselves are troubled, Manas Vihar Lamti residents lost patience, gave ultimatum to JMC
श्री खेरमाई जनकल्याण विकास समिति मानस विहार लमती के पदाधिकारियों और क्षेत्रवासियों का कहना है कि कॉलोनी की प्रमुख 13 साइड रोड में से अधिकांश दलदल में तब्दील हैं। करीब 11 वर्ष पूर्व परिसीमन के बाद जब इस क्षेत्र को नगर निगम सीमा में शामिल किया गया तो विकास के बड़े बड़े वादे किए थे। लेकिन बारिश के वक्त यहां रहने वाले लोगों को ऐसा लगता है, जैसे नगर निगम कालेपानी की सजा दे रहा हैं। ख़ास बात यह है कि इन प्रदर्शनकारियों का नाता बीजेपी से है। उसके बावजूद भी बीजेपी पार्षद अर्चना सिसोदिया का जनता के प्रति व्यवहार और कार्यप्रणाली निराशाजनक है. खाली प्लॉट्स में जगह जगह बजबजाती गंदगी की ओर तक पार्षद की निगाह नहीं घूमती। कई लोग ऐसे है जिन्होंने चुनाव जीतने के बाद पार्षद की शक्ल तक नहीं देखीं। समिति अध्यक्ष शिवशंकर पांडे ने बताया कि सालाना लाखों रुपए का नियमित टैक्स देने के बावजूद बीते एक दशक से जस की तस स्थिति हैं. वार्ड क्रमांक 72 और 73 अंतर्गत इस कॉलोनी की साइड रोड बारिश में पैदल चलने लायक नहीं हैं। राहगीर रोजाना दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। सड़क निर्माण के नाम पर नगर निगम कॉलोनी अवैध होने की दुहाई देकर जिम्मेदारी की इतिश्री कर देता हैं।
क्या डामर खा गए और पी गए सीमेंट?
समिति के सचिव कार्तिक अग्निहोत्री ने नगर निगम जोन क्रमांक 15 PWD विभाग के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए. उनका कहना है कि RTO साईं स्वीट्स से मानस चौक तक दो साल पहले बनी डामरीकृत सड़क में अभी से बड़े बड़े गड्ढे हो गए. निर्माण के वक्त साइडिंग तक नहीं भरी गई थी. इसी तरह मानस चौक से सिसोदिया पैलेस तक सीमेंटीकृत सड़क तीन साल में ही जर्जर हो गई. कई जगह रोड फट गई हैं। बावजूद इसके अधिकारियों ने निर्माणकर्ता ठेकेदारों के खिलाफ आज तक कोई एक्शन नहीं लिया। शासन के नियम मुताबिक कॉलोनी के वैधकरण प्रक्रिया हेतु क्षेत्रीय लोगों ने समस्त दस्तावेज दो साल पूर्व जमा किए थे. नोटिफिकेशन भी हुआ लेकिन उसके बाद कॉलोनी सेल के अफसर कुम्भकर्णी नींद में सो गए. क्षेत्रीय पार्षद अर्चना सिसोदिया का जनता के प्रति रवैया ऐसा है जैसे मानस विहार उनके वार्ड में आता ही न हो. अब लोगों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगों का यदि जल्द निराकरण नहीं हुआ तो वे निगम मुख्यालय में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने आमादा होंगे। ज्ञापन लेते हुए निगम अधिकारियों ने समिति को आश्वासन दिया है कि बारिश में फौरी तौर पर चलने लायक सड़क के लिए जो प्रयास किए जा सकते है, इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश देंगे. इस मौके पर खेरमाई जनकल्याण विकास समिति के संरक्षक भीष्म सिंह राजपूत, उपाध्यक्ष अशोक बालानी, गिरीश साहू, मुकेश ठाकुर, मनोज तलरेजा, डॉ. धनराज सिंह, गट्टू कुशवाहा, कमल पटेल, एच एस शर्मा समेत बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जन मौजूद रहे।