रफीक खान
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में उस समय अफरा तफरी और हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई, जब एक सिरफिरा व्यक्ति ट्रेन के लोको पायलट की सीट पर जा बैठा। लोको पायलट को हटाकर ट्रेन की कमान संभाल कर चलने का दावा करने लगा। एक तरह से ट्रेन हाईजैक कर ली गई। यह खबर जैसे ही यात्रियों तक पहुंची, वहां भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई। लोग ट्रेन से उतरकर प्लेटफार्म की ओर भागने लगे। बाद में जीआरपी तथा आरपीएफ के साथ रेलवे की जिम्मेदारों ने पहुंचकर उक्त सिरफिरे को अपने कंट्रोल में लिया। तब जाकर स्थिति सामान ना हो पाई। The loco pilot was removed and the command was taken over, there was a commotion, on getting the information the passengers left the train and ran away
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि ग्वालियर से कैलारस के लिए मेमू शाम 4.55 बजे रवाना होती है। ये ट्रेन प्लेटफार्म नंबर-3 पर करीब एक घंटे पहले आ जाती है। सोमवार को भी ये ट्रेन शाम 4 बजे से पहले प्लेटफार्म पर आ गई थी। ट्रेन के इंजन पर तैनात सहायक लोको पायलट की नजर एक व्यक्ति पर पड़ी। वे सहायक लोको पायलट की सीट पर बैठ गया। बस यहीं से हंगामा शुरू हो गया। मेमू ट्रेन में दो इंजन होते हैं। ये मानसिक विक्षिप्त ट्रेन के दूसरे इंजन (झांसी एंड) की तरफ चढ़ गया। जबकि, ट्रेन को आगरा एंड की तरफ से बिरला नगर से कैलारस की तरफ जाना था। बताया ये भी जा रहा है कि, इसी मानसिक व्यक्ति ने प्लेटफार्म नंबर-एक पर भी सोमवार को कुछ देर पहले यात्रियों के साथ हंगामा किया था। वायरल वीडियो पर गौर करें तो एक तरफ ट्रेन की लोको पायलट सीट पर एक शख्स बैठा है, जो सामने आ रहे लोगों से जल्दी जल्दी ट्रेन में बैठने को कह रहा है। वहीं, नजदीक खड़े सहायक लोको पायलट ने उसे उतरने को कहा तो शख्स ने हंगामा शुरु कर दिया और ट्रेन चलाने की जिद पर अड़ गया। इस दौरान ट्रेन के बाहर प्लेटफॉर्म पर सैकड़ों की संख्या में यात्री खड़े परेशान भी होते नजर आए। कोई उसे पागल कह रहा था तो कोई शराबी। पता चला कि, शख्स मानसिक रूप से विक्षिप्त ही था। 3-4 सहायक लोको पायलट इंजन में आए और कड़ी जद्दोजहद के बाद शख्स को पायलट कैबिन से बाहर निकाला।