रफीक खान
पश्चिम बंगाल में विधानसभा के विशेष सत्र के अंतिम दिन जमकर हंगामा हुआ। बंगाली प्रवासी श्रमिकों के कथित उत्पीड़न संबंधी मामले में उसके खिलाफ प्रस्ताव पर चर्चा के बीच ही अप्रिय हालत निर्मित हो गए। टीएमसी तथा भारतीय जनता पार्टी के विधायक आपस में टकरा गए। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की जमकर पिटाई हुई। उन्हें मार्शलों ने भी पीटा और घसीट कर बाहर कर दिया। पांच विधायकों के खिलाफ निलंबन की भी कार्रवाई की गई है। विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी द्वारा निलंबित किए गए इन पांच विधायकों में भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक डॉक्टर शंकर घोष, अग्निमित्र पाल, मिहिर गोस्वामी, अशोक डिंडा तथा बंकिम घोष शामिल है। There was a huge uproar in the assembly on the last day of the special session in West Bengal, BJP MLAs were beaten and dragged
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पूरे भाषण के दौरान भाजपा विधायकों ने जबरदस्त नारेबाजी की। इस दौरान सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने भी भाजपा को चोर- चोर बताते हुए नारेबाजी की। हंगामे की शुरुआत दोपहर 1.50 बजे तब हुई जब मुख्यमंत्री जैसे ही प्रस्ताव पर बोलने के लिए खड़ी हुईं, भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष ने आरोप लगाया कि प्रस्ताव पर हमारे सभी वक्ताओं को स्पीकर ने बोलने नहीं दिया। स्पीकर ने आरोपों को खारिज करते हुए प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायकों से बार-बार सीटों पर बैठने की अपील की लेकिन नारेबाजी जारी रही। यहां तक की सदन के बीचोंबीच आकर विपक्षी विधायक नारेबाजी कर रहे थे और कागज के टुकड़े भी फाड़कर फेंकें। चेतावनी के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में सबसे पहले भाजपा के मुख्य सचेतक डॉ. शंकर घोष को आज की शेष कार्यवाही के लिए सदन से निलंबित किया। शोरगुल के बीच ममता ने अपने भाषण के दौरान भाजपा पर तीखा हमला बोला। ममता ने कहा कि भाजपा बांग्ला भाषा व बंगाल से नफरत करती है। भाजपा को उन्होंने बांग्ला व देश विरोधी तक बताया। ममता ने भाजपा को चोर, डकैतों का दल कहते हुए कई संगीन आरोप लगाए।