रफीक खान
मध्य प्रदेश की सिवनी जिले की पुलिस पूरी तरह से अराजक हो गई है। इन दिनों हवाला की रकम लूटने का मामला पूरे मध्य प्रदेश और देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे समय भी पुलिस वालों में रत्ती भर का खौफ नजर नहीं आ रहा। उनके ढर्रे में कोई सुधार नहीं हुआ है। पैसा बटोरने की करतूतें लगातार जारी है। गुरुवार को लोकायुक्त पुलिस ने कोतवाली थाने में दबिश देकर वहां कार्यरत हवलदार को ₹75000 की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस हवलदार यह रिश्वत घटिया निर्माण से संबंधित एक शिकायत पर FIR दर्ज करने के बदले ले रहा था। A police constable openly accepted a bundle of currency notes from the Kotwali police station to settle a complaint about poor road construction.
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि लोकायुक्त पुलिस जबलपुर के एसपी को आदेगांव तहसील लखनादौन जिला सिवनी निवासी नितिन पाटकर ने एक शिकायत दी थी। आवेदक नितिन पाटकर सिविल ठेकेदार है, जिसके द्वारा नगर परिषद केवलारी जिला सिवनी में सीसी रोड एवं नाली निर्माण का ठेका लिया था। नितिन पाटकर द्वारा पेटी ठेकेदार राय कंस्ट्रक्शन राहुल राय निवासी सिवनी को कार्य सोपा गया था। राहुल द्वारा घटिया काम कर रुपए की धोखाधड़ी आवेदक के साथ की गई। जिसकी शिकायत आवेदक द्वारा थाना केवलारी में दिनांक 8 अक्टूबर को की थी। थाना केवलारी में प्रधान आरक्षक मनीष कुमार पटवा धोखाधड़ी की FIR करने के एवज में आवेदक से ₹ 5 लाख की मांग कर रहा था। आरोपी प्रधान आरक्षक प्रथम किस्त के रूप में ₹25000 ले चुका था। जिसे सत्यापन उपरांत आरोपी को द्वितीय किस्त के रूप में ₹75000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। ट्रेप दल में निरीक्षक उमा कुशवाहा, निरीक्षक राहुल गजभिए,निरीक्षक जितेंद्र यादव निरीक्षक बृजकिशोर नरवरिया एवं लोकायुक्त जबलपुर का दल मौजूद था।