रफीक खान
रिश्वतखोरी का चलन इतने शबाब पर है कि जो जहां पावर में है, वह जरा भी चूक नहीं कर रहा है। तहसीलदार रोजमर्रा के कामों को भी शासकीय सेवा के तहत नहीं कर रहे हैं, बल्कि उन्हें अलग से बख्शीश चाहिए है। नामांतरण, नपती और दुरुस्तीकरण के लिए ₹20000 की मांग किसान से की गई और ₹15000 में सौदा तय हुआ फिर विजिलेंस टीम के हाथों दबोच लिए गए। इसी तरह एक सरपंच ने आबादी की जमीन पर मकान बनाने वाले से आपत्ति की और कहा कि एक लाख रुपए दोगे तो मकान बना लेने देंगे। वह भी ₹20000 लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया गया। देवास में तहसीलदार और सिवनी में सरपंच के खिलाफ कार्रवाई कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं। ₹20,000 for measurement, mutation and rectification, ₹1 lakh for building a house on inhabited land
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए तहसील कार्यालय देवास में पदस्थ अपर तहसीलदार हर्षल बहरानी को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई नागोरा निवासी किसान ताराचंद पटेल की शिकायत पर की गई। किसान ने बताया था कि जमीन संबंधी तीन मामलों नपती, नामांतरण और दुरुस्तीकरण के निराकरण के लिए अधिकारी द्वारा रिश्वत मांगी जा रही थी। किसान ताराचंद पटेल ने 27 अक्टूबर को ईओडब्ल्यू एसपी उज्जैन को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया, कि अपर तहसीलदार ने उनके तीन लंबित प्रकरणों के निपटारे के लिए 20 हजार रुपए की मांग की थी, बाद में 15 हजार रुपए पर सौदा तय हुआ। शिकायत की सत्यापन रिपोर्ट सही पाए जाने के बाद, ईओडब्ल्यू ने डीएसपी अमित वट्टी के नेतृत्व में 12 सदस्यीय टीम गठित की। टीम ने शुक्रवार को तहसील कार्यालय पहुंचकर ट्रैप कार्रवाई की। इसी तरह आवेदक राधेश्याम बंजारा निवासी नायक कॉलोनी, ग्राम धनोरा, जिला सिवनी की शिकायत पर आरोपी दिनेश कुमार कोरेती सरपंच ग्राम पंचायत धनोरा सिवनी को गिरफ्तार किया गया। आवेदक राधेश्याम बंजारा के द्वारा आबादी की जमीन पर मकान निर्माण शुरू किया था, जिसमें आरोपी सरपंच दिनेश कुमार के द्वारा आपत्ति ली गई थी और बोला गया था कि यदि मकान बनाना है तो मुझे ₹100000 देने होंगे। आरोपी दिनेश कुमार कोरेती को प्रथम किस्त के रूप में ₹20000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।
