रफीक खान
मध्य प्रदेश के कटनी जिला अंतर्गत कैमोर में 28 अक्टूबर को दिनदहाड़े हुई भाजपा नेता नीलेश रजक की हत्या मामले में उसकी पत्नी ने सनसनीखेज आरोप लगाया है। पुलिस अधीक्षक को बाकायदा एक शिकायत पत्र भी सौंपा गया है। जिसमें साफ तौर पर कहा है कि भाजपा नेता पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने वाले हमलावरों को भाजपा के ही नेता संरक्षण देते चले आए हैं। घटना के बाद भी उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की गई। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा नवाब खान का नाम शिकायत पत्र में उल्लिखित भी किया गया है। पुलिस ने हत्याकांड के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन पत्नी के आरोपी के बाद संरक्षण देने वालों की कथित तौर पर जांच की जा रही है। इस जांच में पुलिस कितनी निष्पक्ष और स्वतंत्र होगी? इस पर संदेह भी पैदा हो रहा है। वही अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता का विधायक से लेकर सांसद तक का घनिष्ठ संबंध भी चर्चा का विषय बना हुआ है। भाजपा संगठन इस पूरे मामले में क्या भूमिका निभाएगा? यह भी देखने वाली बात होगी। Is helplessness hindering the police investigation? What will be the BJP's stance on the allegations made by the deceased leader's wife?
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है हत्या के दूसरे दिन 29 अक्टूबर को पुलिस को दिए शिकायत पत्र व बयानों में नीलेश की पत्नी सुचिता उसरेठे ने बताया है कि उनके पति को टारगेट करते हुए शिकार बनाया गया है। हत्यारों को नवाब खान और उसके लोगों का सरंक्षण मिला हुआ था, जिसके चलते आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया है। आरोप लगाया गया है कि इस हत्याकांड में ये लोग भी शामिल हैं। अमरैयापार में नशे का कारोबार किया जा रहा है, जो सबको पता है, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। मुझे मेरे पति की मौत मामले में इंसाफ चाहिए। अमरैयापार क्षेत्र से एक दर्जन से अधिक परिवारों ने अपने घरों में ताला बंद कर दिया है और परिवार सहित गायब हो गए हैं। ये वे परिवार है, जिनके घरों के लोग पूर्व में हुई अपराधिक वारदातों में शामिल रहे हैं। इन परिवारों को आशंका है कि अब पुलिस उनके यहां कार्रवाई करते हुए सभी को निशाना बना सकती है। हत्याकांड में शामिल आरोपी अकरम के मकान में भी ताला बंद पड़ा हुआ है। प्रशासन ने यहां मकान व जमीन संबंधी दस्तावेज मांगे है व नोटिस मकान में चस्पा किया है। हमलावरों से पुलिस पूछताछ में अभी यह खुलासा नहीं कर पाई है कि आखिर उन्होंने भाजपा नेता नीलेश रजक को क्यों टारगेट किया? नीलेश रजक बजरंग दल व पिछड़ा वर्ग की राजनीति भी करता था। पेशे से वह श्रमिक ठेकेदार था।
