रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर में लोकायुक्त पुलिस की टीम ने सहायक पेंशन अधिकारी को ₹10000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ में गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त पुलिस को शिकायत मिली थी कि आवेदक की पहली पत्नी की मौत हो जाने के बाद दूसरी पत्नी का नाम चढ़ाने के लिए सहायक पेंशन अधिकारी रूपयों की मांग कर रहा है। तयशुदा योजना के तहत कलेक्ट्रेट में छापामार कार्रवाई कर अधिकारी को दबोचा गया, जिसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराधिक प्रकरण भी पंजीबद्ध कर जांच की जा रही है। After the death of the first wife, a demand was made to have the second wife's name added to the will; the Lokayukta police registered a case.
जानकारी के मुताबिक कहां जाता है कि आवेदक किशोर कुमार झारिया सेवानिवृत्त लैब टेक्नीशियन शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज जबलपुर द्वारा पहली पत्नी की मृत्यु के पश्चात दूसरी पत्नी का नाम पारिवारिक पेंशन में नॉमिनी में जुड़वाने हेतु संभागीय पेंशन कार्यालय जबलपुर में सहायक पेंशन अधिकारी सचिन झा से मिला। उक्त काम करने के, बदले में ,रिश्वत के रूप में ₹10000 की मांग की थी। आरोपी को आज जबलपुर लोकायुक्त दल ने कलेक्ट्रेट ऑफिस के अंदर 10 हजार घूस के साथ रंगे हाथों दबोच लिया। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन)2018 की धारा-7,13(1)B, 13(2) के अंतर्गत कार्यवाही की जा रही है। ट्रेप दल में दल प्रभारी उप पुलिस अधीक्षक सुरेखा परमार, निरीक्षक रेखा प्रजापति, निरीक्षक बृजमोहन सिंह नरवरिया एवं लोकायुक्त का दल मौजूद था।
