रफीक खान
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में मस्जिद और मदरसे के एक इमाम को 20 लाख रुपए के नकली नोटों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह सभी नोट 5-500 के है तथा इसमें कुछ के अभी प्रिंट तो निकल गए हैं लेकिन कटिंग होना बाकी रह गई थी। आरोपी इमाम तीन महीने पूर्व ही मस्जिद और मदरसे के लिए इंतजामियां कमेटी के माध्यम से ₹12000 प्रति माह वेतन पर रखा गया था। इमाम मदरसे के ऊपर ही निवास करता था। इमाम का मालेगांव कनेक्शन भी सामने आया है। मध्य प्रदेश पुलिस के अलावा मालेगांव पुलिस भी पूरे ऑपरेशन में शामिल है। Hired three months ago for mosque and madrasa at a salary of ₹12,000 per month, Malegaon connection also found
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने जानकारी देते हुए बताया कि 29 और 30 अक्टूबर की रात को मालेगांव पुलिस ने दो आरोपियों के कब्जे से लगभग 10 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए थे। इस पूछताछ के आधार पर पता चला कि एक आरोपी जुबेर अंसारी खंडवा के पेठिया गांव में इमाम है। इस आधार पर पुलिस ने पेठिया मदरसे के ऊपरी हिस्से में बने इमाम के कमरे से लगभग साढ़े 16 .80 लाख रुपए के छपे हुए नकली नोट और लगभग 3.28 लाख रुपए के बिना कटे छपे हुए नोट बरामद किए। इस तरह कुल 19 लाख 78 हजार रुपए के नकली नोट दो बैग में भरे हुए थे। सभी नोट 500 के है। पुलिस ने यहां से दो मोबाइल फोन, एक कटर और एक ड्रायर भी बरामद किया। खंडवा पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि आरोपी बुरहानपुर जिले के हरी नगर क्षेत्र का रहने वाला है। इस पर बुरहानपुर में पांच और खंडवा जिले में एक अपराध पूर्व से दर्ज है। खंडवा पुलिस की एक टीम मालेगांव भेजी गई है। इमाम जुबेर अंसारी मालेगांव पुलिस रिमांड पर है। उससे पूछताछ करने के बाद और जानकारी प्राप्त की जाएगी। साथ ही रिमांड खत्म होने के बाद उसे खंडवा लाया जाएगा। इमाम के कमरे से नोट छापने जैसे कोई उपकरण नहीं मिले हैं। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह नोट कहीं और छापे गए थे। इमाम जुबेर अंसारी से पूछताछ के बाद ही पूरे नेटवर्क का पता चल पाएगा।
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