रफीक खान
शुक्रवार जुम्मे की नमाज से पहले अंसार नगर चोपड़ा मस्जिद में दो गुटों के बीच इमाम को लेकर हुए विवाद का निपटारा हो गया है। मुफ्ती आजम मध्य प्रदेश हजरत डॉक्टर मौलाना मुशाहिद रजा कादरी के समक्ष दोनों गुटों के नेतृत्व कर्ताओं ने सद्भावना पूर्ण समझौता कर निर्णय ले लिया। सर्वसम्मति से हुए इस फैसले को प्रशासन ने भी स्वीकार किया और मस्जिद का ताला खोल दिया। मस्जिद में शनिवार के दिन असर की नमाज से नियमित नमाजों की श्रृंखला शुरू हो गई। In Jabalpur, both the parties reached an agreement in front of Mufti-e-Azam Madhya Pradesh, the administration accepted it.
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज़ से पहले मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के दो गुटों में इमाम को लेकर हुआ विवाद हंगामे में बदल गया था, बढ़ते तनाव व अनहोनी की आशंका को देखते हुए भारी पुलिस बल व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मस्जिद में ताला लगा दिया गया था। जिसके बाद से लगातार दो पक्षों के बीच कई दौर की बैठकें हुईं। शनिवार को भी मुफ्ती ए आज़म मध्यप्रदेश हज़रत मौलाना डाॅ. मुहम्मद मुशाहिद अहमद कादरी, कांग्रेस नेता हाजी मुहम्मद कदीर सोनी, सरदार हामिद हुसैन, पार्षद याकूब अंसारी, पार्षद अख्तर अंसारी, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष अशरफ मंसूरी, मेहफूज़ टेलर, सगीर बंबईया आदि ने दोनों पक्षों को समझाईश दी और स्थानीय लोगों के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन प्रशासन को सौंपकर बताया कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया है। समझौते की विधिवत लिखित जानकारी मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस मौके पर पहुँचे और शाम 4 बजे मस्जिद का ताला खोल दिया गया। जिसके बाद अज़ान हुई और फिर नमाज़े अस्र अदा की गयी। सौहार्दपूर्ण माहौल में दोनों पक्ष के लोगों ने गिले शिकवे भुलाकर गले मिले और भविष्य में आपसी सहमति व सदभाव से हर समस्या के समाधान का संकल्प लिया। 24 घण्टे के भीतर मस्जिद का ताला खुलने से जहाँ नमाज़ियो अंसार नगर क्षेत्र के नागरिकों में खुशी की लहर दौड़ गयी। वहीं पुलिस व प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। समझौते के तहत वर्तमान मुअज़्ज़न मौलाना रियाज को पेश इमाम की जिम्मेदारी दी गई है। अगला पेश इमाम नई कमेटी के गठन के बाद आम नमाजियों की सहमति से तय किया जाएगा।
