सिवनी जिले के लखनादौन का मामला, झाड़-फूक वालों को भी बुलाया गया, स्वास्थ्य विभाग की टीम कुछ नहीं पता कर सकी - khabarupdateindia

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सिवनी जिले के लखनादौन का मामला, झाड़-फूक वालों को भी बुलाया गया, स्वास्थ्य विभाग की टीम कुछ नहीं पता कर सकी

रफीक खान
मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिला सिवनी के लखनादौन ब्लॉक में एक रहस्यमई खौफ से न सिर्फ पूरा स्कूल बल्कि इलाके के लोग भी परेशान है। सरकारी स्कूल में करीब डेढ़ सौ छात्राएं बीमार हो चुकी है। कई ने तो स्कूल आना भी बंद कर दिया है। स्कूल में लड़कियों की चीख पुकार और उसके बाद बेहोश होने की घटना से हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की सरकारी टीम जहां कुछ भी पता लगाने में नाकाम रही है, वही अंधविश्वासी लोगों ने झाड़ फूक वालों को तक बुला लिया। हालत अभी भी ज्यों के त्यों बने हुए हैं। This is the case in Lakhnadon, Seoni district. Exorcists were also called in, but the health department team could not find anything.

जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य विकासखंड लखनादौन के मढ़ी गांव के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बीते दो माह से अंजान खौफ के कारण यहां पढ़ रहीं 146 छात्राएं स्कूल नहीं जा रही हैं। स्कूल में छात्राएं अचानक बीमार होकर चीखने लगती हैं। इस घटना के बाद मंगलवार और बुधवार को शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम जांच के लिए पहुंची लेकिन छात्राएं नहीं आई। टीम ने स्थानीय लोगों से भी चर्चा की। कुछ लोगों ने इसे बुरा साया बताया तो जागरूक नागरिकों का कहना है कि यह एक तरह का अंधविश्वास है। छात्राओं के मन मन में जो भ्रम है, उसे निकालना जरूरी है। मढ़ी सहित क्षेत्र के कई गांव के कक्षा 9वीं से 12वीं तक के 143 छात्र और 146 छात्राएं पढ़ते हैं। यहां पिछले 15 दिनों से छात्राएं अचानक बीमार पड़ जाती हैं। हैरानी की बात यह है कि यहां सिर्फ छात्राएं बीमार पड़ रही है, जबकि छात्रों को किसी तरह के कोई लक्षण नहीं है। जब उनको लखनादौन अस्पताल ले जाया गया। स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान सब कुछ सामान्य निकाल कर आया। अब लड़कियों की काउंसलिंग की तैयारी की जा रही है। साथ ही अन्य बिंदुओं पर भी जांच हो रही है।