पंजाब के Ex. CM के भाई की मर्डर मिस्ट्री : हुस्न, हत्या और हनी ट्रैप, मध्यप्रदेश से गोवा जाकर की गई हत्या - khabarupdateindia

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पंजाब के Ex. CM के भाई की मर्डर मिस्ट्री : हुस्न, हत्या और हनी ट्रैप, मध्यप्रदेश से गोवा जाकर की गई हत्या


Rafique Khan

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के भाई और गोवा के जाने-माने बिजनेसमैन नरोत्तम सिंह ढिल्लों की मर्डर मिस्ट्री जानने लायक है। क्योंकि इस हत्या के इर्द-गिर्द हुस्न और हनी ट्रैप का चक्रव्यूह भी रहा है। गर्लफ्रेंड की फर्जी इंस्टा आईडी बनाकर फसाना, ब्लैकमेलिंग करना, यह सब साजिश मध्य प्रदेश में रची जाती रही और फिर गोवा जाकर हत्या जैसी वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद आरोपियों को दबोच लिया। पूछताछ में ये भी पता चला कि पूर्व मुख्यमंत्री के भाई नरोत्तम सिंह ढिल्लों को फसाने की प्लानिंग 5 साल पहले से ही शुरू कर दी गई थी। मकसद सिर्फ यही था कि कम समय में किस तरह से ज्यादा से ज्यादा पैसा बटोर लिया जाए और प्रॉपर्टी को भी कब्जा लिया जाए।

इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड जीतेंद्र साहू है। आरोपी जीतेंद्र साहू और नीतू राहूजा भोपाल के ऐशबाग थाना इलाके के रहने वाले हैं। गोवा पुलिस की सूचना पर मुंबई पुलिस ने उन्हें रायगढ़ जिले के पेण से गिरफ्तार किया था। ढिल्लों के यहां गोवा में जीतेंद्र साहू डेढ़ साल तक काम कर चुका था। उसे ढिल्लों की कमजोरियों के बारे में पता था। पुलिस पूछताछ में उसने ये भी बताया कि ढिल्लों को फंसाने के लिए उसने गर्लफ्रेंड के नाम से फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया था। इसी के जरिए ढिल्लों को हनीट्रैप के जाल में फंसाया गया था। पुलिस दोनों से पूछताछ में जुटी है।बताया जाता है कि गोवा के पिलेरनेमारा इलाके में स्थित एक विला में 4 फरवरी को एनएस ढिल्लों की लाश मिली थी। 77 साल के ढिल्लों इस विला के मालिक थे। नरोत्तम सिंह उर्फ निम्स ढिल्लों की गिनती इलाके के रइसों में होती थी। पुलिस ने जब इस पूरे मामले की तफ्तीश शुरू की तब तक आरोपी किराए की गाड़ी से मुंबई पहुंच चुके थे।

प्लानिंग नरोत्तम ढिल्लों को ब्लैकमेल करने की थी

कहा जाता है कि जीतेंद्र साहू ने नीतू के नाम से एक आईडी बनाई थी, जिसमें उसका फोटो भी लगाया था। ये आईडी वो खुद ऑपरेट करता था। इसके जरिए उसने निम्स से बातचीत करना शुरू कर दी थी। कुछ दिनों तक बातचीत के बाद निम्स ने इन्हें गोवा आने का न्योता दिया। जीतेंद्र तय समय पर नीतू और दो दोस्तों के साथ गोवा पहुंचा। उसने नीतू को नरोत्तम सिंह ढिल्लों से मिलाया। दरअसल इनकी प्लानिंग नरोत्तम ढिल्लों को ब्लैकमेल करने की थी। 3 फरवरी को रात 3 बजे इनका विवाद नरोत्तम ढिल्लों से हुआ। उसके बाद इन्होंने मिलकर उनकी हत्या कर दी और 47 लाख कीमत के सोने के आभूषण, मोबाइल फोन लूट ले गए थे। नरोत्तम सिंह ढिल्लों की हत्या के बाद गोवा पुलिस विला की छानबीन कर रही थी, उसी वक्त उसकी नजर पास की दूसरी बिल्डिंग के सीसीटीवी कैमरे पर पड़ी। इस कैमरे से पुलिस को सुराग मिला। सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक रात करीब साढ़े तीन बजे ढिल्लों के विला से एक कार रवाना हुई थी।

कर्मचारियों को सुबह खिड़की खुली हुई मिली

कहा जाता है कि पुलिस को ये भी पता चला कि एक कपल 3 फरवरी की रात को उनके विला में पार्टी के लिए पहुंचा था। ढिल्लों और इस कपल ने रात करीब 2 बजे डिनर लिया था। पुलिस का शक इस कपल पर गहराता गया। पुलिस को ये भी पता चला कि बीती रात उनके घर से निकलने वाले मेहमानों ने मेन गेट के बजाय एक खिड़की का सहारा लिया था, क्योंकि विला के कर्मचारियों को सुबह खिड़की खुली हुई मिली। वह आमतौर पर बंद रहती है, जबकि मेन गेट बंद था। पुलिस का सारा शक इस अनजान कपल पर जा टिका था। पुलिस जब इनका पता ठिकाना खोजने की कोशिश कर रही थी, उसी वक्त परवोरिम पुलिस स्टेशन पर एक और शिकायत हुई। अपनी कार किराए पर देने वाले शख्स ने पुलिस को बताया कि उसने एक कपल को कार किराए पर दी थी, लेकिन वो लोग कार को लेकर गोवा से बाहर मुंबई की तरफ जा रहे हैं। फोन भी नहीं उठा रहे हैं।

एक और शख्स भागने में कामयाब हो गया

पुलिस को शक हुआ कि कहीं ये वही कपल तो नहीं जो उस रात ढिल्लों के घर पर मौजूद था। पुलिस ने कार को ट्रैक किया जो मुंबई से नवी मुंबई की तरफ जा रही थी। गोवा पुलिस ने फौरन नवी मुंबई पुलिस को उस कार की जानकारी दी और उसका लोकेशन उनके साथ शेयर किया। नवी मुंबई पुलिस ने कार को ट्रैक करना शुरू किया और उसे रायगढ़ जिले के पेण इलाके से इंटरसेप्ट किया। गोवा पुलिस की शिकायत के मुताबिक कार में एक कपल मिला, जिसे पुलिस ने फौरन हिरासत में ले लिया। इनके साथ एक और शख्स था जो भागने में कामयाब हो गया।