रफीक खान
कभी कांग्रेस की सरकार के लिए मध्य प्रदेश की सड़कों के गड्ढे बुरी तरह पतन का कारण बन बैठे थे, अब फिर गड्ढे मध्य प्रदेश में सरगर्म हो गए हैं। खासतौर से नगरीय सीमा की सड़कों पर तो गड्ढों ने चलना ही मुहाल कर दिया है। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में सड़कों के गड्ढों की गहराई इतनी अधिक है कि वहां एक गणेश प्रतिमा ही स्थापना के लिए ले जाने के दौरान पलट गई। इस घटना में जहां एक युवक की गणेश प्रतिमा में दबकर मौत हो गई, वही दो युवक गंभीर रूप से घायल है। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस मामले में ट्वीट करते हुए एक करोड रुपए मुआवजे की मांग भी की है।There were potholes on the road due to which Ganesha's idol overturned, one died, two were injured, PCC President Jeetu Patwari tweeted
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि शनिवार रात 9:30 बजे खंडवा से गणेशोत्सव समिति के युवा गणेशजी की बड़ी प्रतिमा लेने के लिए बुरहानपुर के लालबाग आए थे। ट्रॉली से प्रतिमा ले जाते समय लालबाग रोड तुलसी मॉल के सामने ट्रॉली से प्रतिमा अनियंत्रित होकर गिर गई। हादसे में शशांक जोशी निवासी हरीगंज खंडवा प्रतिमा के नीचे दब गया। शोर मचने पर स्थानीय लोगों द्वारा प्रतिमा के नीचे से युवक को निकाल कर निजी अस्पताल पहुंचाया गया। प्राथमिक चेकअप के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद लालबाग रोड सहित अस्पताल में लोगों की भीड़ लग गई। महाराष्ट्र सहित आसपास के जिलों से समितियों के लोग बड़ी प्रतिमाएं लेने बुरहानपुर आ रहे है। दो दिन पहले गुरुवार को भी इंदौर इच्छापुर हाइवे पर दापोरा के पास प्रतिमा भी ट्रॉली से गिरकर खंड़ित हुई थी। लालबाग रोड पर शनिवार रात को यह घटना हो गई। दोनों ही घटनाओं के पीछे रोड खराब होने एवं गड्ढों के कारण प्रतिमा अनियंत्रित होकर गिरने की बात कही जा रही है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने प्रदेश सरकार को इसका जिम्मेदार ठहराया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जीतू पटवारी ने लिखा कि, 'बुरहानपुर में 12 फीट ऊंची गणेश प्रतिमा ले जाते समय सड़कों पर गड्डों की वजह से प्रतिमा गिर गई। प्रतिमा के नीचे दबने से खंडवा निवासी शशांक जोशी (26) की मौत हो गई। मुख्यमंत्री जी, यह भी "सरकारी-हत्या" है। दोषी पूरी सरकार और भाजपा द्वारा बनाया सिस्टम है।' जीतू पटवारी ने आगे लिखा कि, इस अक्षम्य अपराध के जिम्मेदारों पर तत्काल हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जाए। पीड़ित परिवार को न्यूनतम 1 करोड़ रुपए की मुआवजा राशि भी तत्काल दी जाए।