महापौर तथा महानगर भाजपा अध्यक्ष रह चुके प्रभात साहू पर पुलिस वाले ने किया हमला, विरोध में हंगामा और FIR - khabarupdateindia

खबरे

महापौर तथा महानगर भाजपा अध्यक्ष रह चुके प्रभात साहू पर पुलिस वाले ने किया हमला, विरोध में हंगामा और FIR


रफीक खान
समूचे मध्य प्रदेश में चल रहे विशेष पुलिस वाहन चेकिंग अभियान में गुरुवार की देर शाम जबलपुर में हंगामा की स्थिति निर्मित हो गई। बिना हेलमेट और बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की स्कूटर को लेकर बलदेवबाग चौराहे पर एक पुलिस वाले ने पूर्व महापौर तथा भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष रह चुके प्रभात साहू को घेरे में ले लिया। दोनों के बीच न सिर्फ आरोपित तौर पर कहा-सुनी और गाली गलौज हुई, बल्कि वायरलेस सेट वॉकी-टॉकी से पुलिस वाले ने महापौर प्रभात साहू पर हमला भी कर दिया। भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के साथ हुई इस घटना के बाद स्वाभाविक तौर पर जमकर हंगामा हुआ। बवाल की स्थिति निर्मित हो गई। बलदेवबाग से लेकर रानी ताल तक, फिर रानीताल से मालवीय चौक तक और फिर प्रभात साहू के सुजी मोहल्ला स्थित निवास स्थल तक सांसद, विधायकों, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का जमावड़ा लग गया। आरोपी पुलिसकर्मी पर निलंबन तथा विभागीय जांच आदि तमाम कार्रवाई के बाद पुलिस वाले और प्रभात साहू की बीच सुलह नहीं हो पाई। देर रात लॉर्डगंज थाने में मुलाहजे के बाद FIR दर्ज करवाई गई है। Former Mayor and Metropolitan BJP President Prabhat Sahu was attacked by a policeman, leading to protests and an FIR.

घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि महापौर तथा भारतीय जनता पार्टी महानगर के अध्यक्ष रह चुके प्रभात साहू अपनी स्कूटर से रात करीब 8 से 8:30 बजे के बीच कहीं जा रहे थे। शहर भर में चल रही चेकिंग और वसूली के नशे में चूर पुलिसकर्मी ने प्रभात साहू को भी रोक लिया। रोकते ही दोनों के बीच कहा-सुनी, अभद्र भाषा में तब्दील हुई। प्रभात साहू वहां से आगे बढ़ते इसके पहले ही मौजूद पुलिस कर्मचारी ने उन पर वायरलेस सेट वॉकी-टॉकी से हमला कर दिया। इसके बाद बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोग, भारतीय जनता पार्टी के नेता, कार्यकर्ता, प्रभात साहू के संगठन और नगर निगम महापौरी के समय के पुराने साथी, जबलपुर सांसद आशीष दुबे, विधायक अभिलाष पांडे, विधायक अशोक रोहाणी समेत कांग्रेस के नेता भी मौके पर जा पहुंचे। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आरोपी पुलिस कर्मी को वहां से चलता कर दिया गया। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। इसके बाद समझौते और शांति के लिए प्रभात साहू के सुजी मोहल्ला स्थित आवास पर पुलिस अधीक्षक संपत लाल उपाध्याय तथा भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की बैठक सांसद आशीष दुबे की विशेष मौजूदगी में हुई। आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित करने तथा उसकी विभागीय जांच संस्थापित करने का आश्वासन पुलिस अधीक्षक द्वारा दिया गया। हालांकि प्रभात साहू ने एक तरह से इस एकशन को ना काफी बताते हुए सारे प्रस्तावों को नकार दिया। रात के करीब 12:30 बजे प्रभात साहू लॉर्डगंज थाने पहुंचे, जहां से उन्हें मुलाहजा के लिए ले जाया गया। इसके बाद अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। प्रभात साहू के साथ हुई यह घटना उनके वरिष्ठ भाजपा नेता होने के कारण सुर्खियों में आ गई लेकिन जबलपुर के चप्पे-चप्पे की सच्चाई यही है। जिन लोगों के कंधों पर जबलपुर के यातायात को सुगम और सुचारू बनाने की जिम्मेदारी है, वे सब के सब झुंड बनाकर इस तरह से अवैध वसूली कर रहे हैं जैसे बिना हेलमेट वाला और बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट वाला कोई आतंकवादी हो। झपट्टा मारकर लोगों को रोका जा रहा है। कई जगह लोग खुद गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं, विवाद और मारपीट लगातार हो रही है लेकिन आम आदमी का क्या उसकी आवाज तो वैसे भी वही दब कर रह जाती है।