ऐसे भी प्रशासनिक अधिकारी, जिन्हें शर्म ही नहीं आती, चरित्र का कलंक छुट्टा नहीं और नया कारनामा आ गया सामने - khabarupdateindia

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ऐसे भी प्रशासनिक अधिकारी, जिन्हें शर्म ही नहीं आती, चरित्र का कलंक छुट्टा नहीं और नया कारनामा आ गया सामने


रफीक खान
मध्य प्रदेश में ऐसे भी प्रशासनिक अधिकारी हैं, जिन्हें शर्म ही नहीं आती। मुरैना के सबलगढ़ में पदस्थ एसडीएम पर पिछले दिनों चरित्रहीनता का आरोप लगा। एक युवती को लगातार व्हाट्सएप मैसेज के जरिए परेशान करने की शिकायत हुई। जिला प्रशासन पर लगा यह कलंक साफ भी नहीं हुआ कि इस मनचले एसडीएम ने एक नया कारनामा कर दिखा दिया। तत्काल प्रभाव से कलेक्टर द्वारा हटाए गए इस एसडीएम मैं आधी रात को अपने कार्यालय पहुंचकर दर्जन भर कर्मचारियों के स्थानांतरण आदेश जारी कर दिए। इनमें 6 पटवारी शामिल है। मामले की जानकारी लगते ही कलेक्टर ने एसडीएम द्वारा जारी किए गए आदेश को रद्द कर दिया है। साथ ही पूरे मामले की जांच के आदेश एडिशनल कलेक्टर को दिए गए हैं। icers who have no shame, their character stain remains untouched and a new misdeed has come to light

जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि मारपीट, अभद्रता और एक युवती को परेशान करने के आरोपों के कारण हटाए गए सबलगढ़ एसडीएम अरविंद माहौर ने आधी रात को कार्यालय खोलकर पटवारियों सहित दर्जन भर कर्मचारियों को इधर-उधर कर दिया। एसडीएम कार्यालय का ताला रात को 11:00 करीब खुला। एसडीएम अरविंद माहौर ने दफ्तर में बैठकर काम किया और इस दौरान उनका गन मैन और एक चपरासी कार्यालय के बाहर पहरा देते रहे। आधी रात को सबलगढ़ तहसील के अधिकारी-कर्मचारियों के ग्रुप पर एक आदेश डाला गया, जिसमें छह पटवारियों का तबादला किया गया था। डिप्टी कलेक्टर अरविंद की यह कार्यशैली न सिर्फ जिला प्रशासन में बल्कि समूचे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। हर कोई इस कार्यशैली पर दिखावे वाली कार्रवाई नहीं बल्कि सख्त से सख्त करवाई चाह रहा है ताकि प्रशासनिक सुचिता बरकरार रहे।